वृक्षारोपण कार्यक्रम "एक पेड़ मां के नाम", मत्स्यपालन विभाग द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के तहत किया गया आयोजन
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इस कार्यक्रम में, केन्द्रीय विद्यालय, पुष्प विहार, नई दिल्ली के बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । इस आयोजन का उद्देश्य पेड़ों के महत्व और स्थायी पर्यावरणीय प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है । इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम में प्रत्येक पौधे को एक माँ के नाम समर्पित करके मातृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका का सम्मान किया गया और इस प्रकार यह आयोजन संरक्षण और पोषण का प्रतीक बन गया। वृक्षारोपण गतिविधि न केवल क्षेत्र में हरित आवरण को बढ़ाने पर केंद्रित थी, बल्कि एक स्वस्थ, स्वच्छ और हरित भारत के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है।
श्री राजीव रंजन सिंह ने अपने संबोधन में, पर्यावरण संरक्षण के महत्व और स्वच्छ और हरित राष्ट्र को बढ़ावा देने में समुदायों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल दिया। उन्होंने कहा, "आज एक पेड़ लगाना बेहतर कल की उम्मीद जगाना है। हम इस पहल को उन सभी माताओं को समर्पित करते हैं, जो हमारी देखभाल और पोषण करती हैं। हमारी सरकार ऐसे कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है जो पारिस्थितिक संतुलन सुनिश्चित करते हैं और हमारी पृथ्वी को स्वस्थ रखने में योगदान देते हैं।
वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता के लिए प्रसिद्ध असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य को राष्ट्रीय राजधानी के हरित केंद्र के रूप में प्रतीकात्मक महत्व के कारण आयोजन स्थल के रूप में चुना गया । देशी पेड़ लगाने की यह पहल, इस पारिस्थितिकी रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र की जैव विविधता को समृद्ध करने में भी योगदान देती है।
श्री अभिलक्ष लिखी, सचिव, मत्स्यपालन विभाग, श्रीमती नीतू कुमारी प्रसाद, संयुक्त सचिव, श्री सागर मेहरा संयुक्त सचिव तथा मत्स्यपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, एनसीडीसी एवं स्थानीय निवासियों ने साथ मिलकर सक्रिय रूप से वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहभागिता की । इस सहयोगात्मक प्रयास ने पर्यावरणीय स्थिरता के महत्व के महत्वपूर्ण संदेश को दीप्तिमान किया ।
वृक्षारोपण का यह आयोजन, वर्तमान में चल रही स्वच्छता ही सेवा अभियान का एक हिस्सा है, जो स्वच्छता, स्वास्थ्य और टिकाऊ जीवन पद्धतियों को बढ़ावा देने का एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन है । इस अभियान में मत्स्यपालन विभाग की भागीदारी द्वारा यह दर्शित होता है कि विभाग प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को सुनिश्चित करते हुए जलीय और स्थलीय जैव विविधता के संवर्धन के प्रति प्रतिबद्ध है।
जैसे-जैसे अभियान आगे बढ़ेगा, विभाग प्राकृतिक पारिस्थितिकी प्रणालियों के संरक्षण के बारे में नागरिकों को शिक्षित करने और उन्हें इस अभियान में सम्मिलित करने के लिए देशभर में इसी तरह के कार्यक्रमों की योजना बना रहा है।